जब-जब दुनियाँ सितम करेगी,दिल पर चोट लगेगी।
दिल तेरा रोएगा, प्रिय! तुम्हे मेरी याद आएगी ।।
दिल में तेरे जब-जब,दर्दो-ग़म की घटा घिरेगी।
मायूसी,नाउम्मीदी की,जब-जब धुन्ध उठेगी ।
जब-जब राह तेरे जीवन की,मुश्क़िल हो जाएगी।। दिल तेरा...
वक़्त की कुछ बेदर्द ठोकरें खा के, बिख़र जाओगे।
जब ख़ुदग़र्ज़ ज़माने में, ख़ुद को तन्हा पाओगे ।
नज़र बचाके दुनियाँ तुमसे, आगे बढ़ जाएगी ।। दिल तेरा...
हालातों से लड़ते-लड़ते, जब तुम थक़ जाओगे।
मज़बूरी की धूप में जब..गोपाल..झुलस जाओगे।
कमी मेरी उस वक़्त तुम्हे,बेचैन बना जाएगी ।। दिल तेरा...
Saturday, May 22, 2010
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जरुर याद आयेगी।...........
ReplyDeleteS.K.Sudhanshu
Be dard hai zamana fariyad kya kare
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