हम याद बहुत आएंगे,तुम याद तो करो।
कोई लम्हाँ मेरे नाम पे, बर्बाद तो करो ।।
रिश्ते में अपने थोड़ा सा एहसास अभी है।
कुछ जान फूँक कर, इसे आबाद तो करो ।।
तुमसे हुई क्या भूल, कहाँ चूक गये हम।
सब भूल कर,फिर से नई शुरुआत् तो करो।।
दिल में अगर जुनूँ है,तो आएगा इन्क़लाब।
नीयत से इन्क़लाब-ज़िन्दाबाद तो करो ।।
मायूस निगाहों से, आसमाँ को न देखो।
होगी दुआ क़ुबूल,कि फ़रियाद तो करो।।
..गोपाल.. लाख दूर सही,मन्ज़िले-सफ़र।
अन्जाम तक जाना हे ग़र, आग़ाज़ तो करो।।
कोई लम्हाँ मेरे नाम पे, बर्बाद तो करो ।।
रिश्ते में अपने थोड़ा सा एहसास अभी है।
कुछ जान फूँक कर, इसे आबाद तो करो ।।
तुमसे हुई क्या भूल, कहाँ चूक गये हम।
सब भूल कर,फिर से नई शुरुआत् तो करो।।
दिल में अगर जुनूँ है,तो आएगा इन्क़लाब।
नीयत से इन्क़लाब-ज़िन्दाबाद तो करो ।।
मायूस निगाहों से, आसमाँ को न देखो।
होगी दुआ क़ुबूल,कि फ़रियाद तो करो।।
..गोपाल.. लाख दूर सही,मन्ज़िले-सफ़र।
अन्जाम तक जाना हे ग़र, आग़ाज़ तो करो।।
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